बिहार के 16 जिले इस समय बाढ़ की चपेट में हैं। नेपाल में हुई लगातार 2 दिन से अधिक की बरसात ने नेपाल में तो तबाही मचाई साथ ही बिहार में भी इसका भयंकर प्रभाव देखने को मिल रहा है। जल विभाग की जानकारी के अनुसार 7 बाँध टूट गए हैं। जिससे इन बांधों के निकटवर्ती इलाके जलमग्न हो गए हैं। बिहार का शोक कही जाने वाली कोशी नदी ने भी तांडव मचा दिया है(Bihar caused terrible devastation)
दरभंगा के किरतपुर में कोशी नदी पर बना बाँध टूटने से इसके आस पास के सभी गाँव में तेजी से पानी का जलस्तर बढ़ रहा है। यहाँ रहने वाले लोग सड़कों पर रहने को मजबूर हो गए हैं।आम जान जीवन बुरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। इस समय बिहार में बाढ़ के कारण 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। NDRF व SDRF की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं। चम्पारण तट बंध से जुड़ा 20 साल पुराना रिंग बाँध भी टूट गया है।(Bihar caused terrible devastation)
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया है। इस समय बिहार के दरभंगा , अररिया , मुजफ्फरपुर , सिवान ,शिवहर ,सीतामणी ,किशनगंज , पूर्वी चम्पारण , पश्चिमी चम्पारण ,सहरसा ,मधुबनी , सारण , गोपालगंज , सुपौल ,मधेपुरा, पूर्णिया जिले बाढ़ की चपेट में हैं।इन जिलों के गाँव टापू की तरह नजर आ रहे हैं। लोग ऊँचे स्थानों पर जाने की जद्दो जहद में हैं। हर जगह पानी ही पानी है। कोई छत से बचाओ की गुहार लगा रहा है तो कोई पानी के बहाव में से।अररिया जिले में सात लोगों की बाढ़ के पानी में डूब कर मौत हो गयी है।मृतकों में चार युवक व दो छोटी बच्ची और एक बालक शामिल है। परिवारीजनों का रो रोकर बुरा हाल है। डीएम अनिल कुमार ने कहा कि मृतकों के परिजनों को जल्द से जल्द राहत भुगतान कराया जायेगा। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।(Bihar caused terrible devastation)