मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सालभर से ज्यादा समय तक मोर्चा खोलकर मांग मनवा चुके किसान एक बार फिर दिल्ली कूच करने जा रहे हैं।संयुक्त किसान मोर्चा समेत 26 किसान संगठनों के 13 फ़रवरी को ‘दिल्ली चलो’ आह्वान के बाद हरियाणा-पंजाब सीमा पर युद्ध के मोर्चे जैसी तैयारी का माहौल है,जैसा कि पिछली बार भी हुआ (Modi government worried farmers)
किसानों के दिल्ली चलो आह्वान से घबराई हरियाणा में भाजपा की खट्टर सरकार ने बॉर्डर के आसपास की सीमाएं सील कर दी हैं और मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया है, यहां तक कि एसएमएस भी नहीं भेजा जा सकता है, सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है। पंजाब और चंडीगढ़ के रास्ते भारी वाहनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।(Modi government worried farmers)
पंजाब के किसानों ने ऐलान किया है कि 10 हज़ार ट्रैक्टर ट्रालियों से दिल्ली जाने के लिए हरियाणा में दाखिल होंगे। किसानों ने इसके लिए शम्भू बॉर्डर, डबवाली और खनौती बॉर्डर को चुना है। इस इरादे को देखते हुए पंजाब के किसानों को हरियाणा के रास्ते दिल्ली जाने से रोकने के लिए अंबाला में धारा- 144 लागू कर दी गई है। पंजाब और हरियाणा के बीच बने शम्भू बॉर्डर को सीमेंट की बैरिकेडिंग और कंटीली तारें लगाकर पूरी तरह सील कर दी गई हैं। यहां तक कि प्रशासन ने घग्गर नदी के ऊपर बने ब्रिज को भी बंद कर दिया है, और उसके अंदर खुदाई की जा रही है, ताकि किसान ट्रैक्टर से उसके जरिए न निकल सकें।